riyaz tips
lession 8 (रियाज़ कैसे करें)

दोस्तों सवागत है आपका संगीत गयान हिंदी lesson8 में
बहुत बार कया होता है कि बहुत से नये students सवाल करते हैं कि रियाज कैसे करें गले को अचछा गाने लायक कैसे बनाएं और जब भी हम कुछ गाते हैं तो उपर के सवर अचछे से नहीं गा पाते सहजता से कैसे गाया जाए।
तो दोस्तों इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है आपको आज सारी जानकारी इस lesson मिलेगी कि रियाज कैसे करें और गला गाने के लिए कैसे तैयार करें जिससे सुर में ताल में सहजता से गाया जाए।
तो चलीए शुरू करते हैं हमारा आज का lesson.
(1.) रियाज करते समय बैठने का तरीका सही होना चाहिए।
रियाज करते समय हमें सही ढंग से बैठना चाहिए अगर सही ढंग से बैठेंगे नहीं तो हमारा रियाज भी सही ढंग से नहीं हो सकता।
इसलिए बैठते समय अपनी रीड की हड्डी को बिल्कुल सीधा करके बैठना चाहिए सिर्फ सीधा करके ही बैठना है शरीर को अकड़ाना बिल्कुल नहीं है। इसका कया कारण है कि जब हमें रियाज करना है तब हम जो आवाज निकालेंगे वह आवाज हमारे पेट से आनी चाहिए।
और पेट से आवाज तभी आएगी जब हम रीड की हड्डी को सीधा रख कर बैठेंगे।
(2.) रियाज करते समय गले का रखें खास ख्याल
हमारा गला बेहद ही नाजुक चीज है इसलिए रियाज करते समय अपने गले का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि गले के सर पे ही तो सिंगर होता है।
तो रियाज करते समय गले पर किसी तरह का कोई भी दबाव नहीं होना चाहिए थोड़ा बहुत तो दबाव पडेगा खुद ही मगर आपको गले को force नही करना है।
कोई भी आवाज खुले गले से लगाए गले में vocal cords होते हैं उन पर ज्यादा दबाव नहीं पडना चाहिए।
(3.) कया रियाज करें और किस सकेल (सवर) से रियाज करें?
उस सकेल (सवर) से रियाज करें जिस सवर को तीनों सपतकों में आसानी से लगाया जा सके।
और एक बात जरूर याद रखें आपको उस सवर को सा मानकर रियाज करना है जिस सवर से नीचे के मंदिर सपतक के भी 3 से 4 सवर आसानी से लगें और उसके उपर के सा से भी 3 से 4 सवर आसानी से लगें। मगर एक और बात है कि गले के हिसाब से जो अभी अभी सीखना जिन्होनें शुरू किया है उनसे शुरू - शुरू में मधय के सा से तार सपतक के सा तक ही सवर लगा होगा बाकी धीरे धीरे नियमित अभ्यास से नीचे मंदिर सपतक के सवर और उपर तार सपतक के सवर भी लगने लगेंगे।
यहां पर मैं कहुंगा कि जो female (स्त्री) हैं वह ध सवर पांचवां काला (A#)
से रियाज करें
और जो male (पुरूष) हैं वह सा सवर पहला काला (C#) से रियाज करें।
सबसे पहले आपने जिस सवर को सा सवर माना है उसी सा सवर की ध्वनी पर कम से कम 15 से 20 मिनट तक ओमकार (ओम) का रियाज करें बिल्कुल धैर्य से क्योंकि धैर्य से ही रियाज करेंगे तो कंठ में गायकी के लिए जरुरी ठहराव तभी आएगा।
उसके बाद 5-10 मिनट के लिए अलंकारों का रियाज आरोह - अवरोह में करीए।
और फिर दुबारा से सा सवर को दबा कर सा का ही रयाज करें 10 से 15मिनट तक सा सवर का रियाज ओमकार के रियाज की तरह ही करना है लंबी सांस लेकर 7से10 या 10से 15 सेकेंड तक एक ही सवर पर पूरा श्वास लगा कर सा का रियाज करना है।
और नियमित रियाज करने पर आपको 2 महीने में ही गले पर असर देखने को मिल जाएगा।
(4.) कितना समय रियाज करना होगा।
दोस्तों संगीत एक समंदर है अगर हम समंदर से एक लोटा पानी ले कर कहें कि समंदर से बहुत सारा पानी हमने ले लिया तो हम बहुत ही ना समझ हैं।
इसी प्रकार हम कितना भी गयान लें संगीत का उतना ही कम है और संगीत सीखने वाले हमेशा आगे आगे सीखते ही रहते हैं।
क्योंकि जैसे ईशवर का भेद किसी ने नही पाया उसी तरह संगीत का पूरा गयान भी कोई नहीं जान सकता जितना सीखो कम है इसीलिए हमें हमेशा संगीत सीखते रहना चाहिए।
read more click here=👉 संगीत गयान lesson#9
आशा है कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी और संगीत जानकारी के लिए visit करते रहीए हमारे ब्लॉग पर नियमित रूप से संगीत सीखने के लिए। और जो अच्छी पोसट अच्छी लगे उसे अपने social media accounts पर share भी जरुर करते रहीए
धन्यावाद urs #Gurwinder_Maan
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5 Comments
Nice
ReplyDeleteTiktok videos
Thanks dear
ReplyDeletethanks
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteThanks dear
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